धर्मशाला, 21 दिसंबर। धर्मशाला के तपोवन विधानसभा में आयोजित चार दिवसीय शीतकालीन सत्र के समापन के साथ शनिवार को हिमाचल विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई। सत्र के समापन पर विपक्ष के रवैये को लेकर सत्तापक्ष की ओर से संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान द्वारा एक निंदा प्रस्ताव भी लाया गया जिसे विपक्ष की गैरमौजूदगी में पारित किया गया।
सत्र समापन पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि चार दिनों तक चल सत्र में प्रश्न कल के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई वहीं 14 सरकारी विधायक पुर्रस्थापित एवं पारित किए गए। सत्र के दौरान 188 तारांकित और 55 अतारांकित प्रश्नों के उत्तर भी सदन में उपलब्ध करवाए गए।
प्रदेश विधानसभा के इतिहास में पहली बार शून्य काल भी शुरू किया गया जिसमें 26 विषयों को विभिन्न सदस्यों द्वारा सदन में लाया गया। वही बात चर्चाओं की करें तो नियम 61 के तहत दो तथा नियम 62 के तहत 3 विषयों पर सार्थक चर्चा हुई। सत्र के तीसरे दिन 20 दिसंबर को गैर सरकारी सदस्य दिन रखा गया था जिसमें तीन गैर सरकारी संकल्प पेश हुए। नियम 102 के तहत एक संकल्प पारित किया गया जबकि नियम 130 के तहत दो महत्वपूर्ण विषयों पर सदन में चर्चा हुई। नियम 324 के तहत सदस्यों ने 6 विषय सदन में उठाए। इसी तरह 26 प्रतिवेदनों के कागजात पटल पर रखे गए।
चार दिनों तक 21 घंटे 30 मिनट तक विधानसभा की कार्यवाही चली जिसमें 9 घंटे 20 मिनट सत्ता पक्ष और 8 घंटे विपक्ष ने सदन में अपनी बात रखी।