पालमपुर, 16 नवम्बर। पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा है कि बद्दी की पुलिस अधीक्षक इल्मा अफरोज का रात के समय अपना सामान समेट कर बद्दी से चले जाना एक रहस्य बन गया है, जो लगातार गहरा होता जा रहा है।
शांता कुमार ने शनिवार काे एक बयान में कहा कि एसपी इल्मा अफरोज को विशेष रूप से शिमला बुलाया गया था और उसके बाद वे बद्दी लौटीं। इसके बाद रात के समय उन्होंने अपना सामान समेटा और अपने घर चली गईं। यह पूरी घटना लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने यह भी सवाल उठाया कि यदि इल्मा अफरोज ने कोई अपराध किया है, जिसके कारण उन्हें छुट्टी पर भेजा गया है, तो सरकार को इस सच्चाई को जनता के सामने लाना चाहिए। यदि उनके अच्छे कार्यों के कारण कुछ प्रभावशाली लोग नाराज हो गए और उन पर दबाव डालकर उन्हें छुट्टी पर भेजा गया है, यह एक गंभीर मुद्दा है।
उन्होंने कहा कि यह एक कड़वी सच्चाई है कि अवैध खनन और अन्य धंधों में केवल सामान्य लोग नहीं शामिल होते, बल्कि इन अवैध गतिविधियों को बड़े नेता और प्रभावशाली लोग संरक्षण देते हैं।
शांता कुमार ने आरोप लगाया कि इल्मा अफरोज के कुछ अच्छे कार्यों के कारण स्थानीय नेता उनसे नाराज थे और उसी कारण उन्हें छुट्टी पर भेजा गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का प्रदर्शन देश भर में सराहा जाता है। ऐसे में इल्मा अफरोज के मामले काे एक रहस्य नहीं बनाए रखना चाहिए। यदि वह अपने अच्छे कार्यों के कारण किसी दबाव में छुट्टी पर भेजी गईं हैं, तो यह हिमाचल प्रदेश के प्रशासन के लिए शर्मनाक बात है।
शांता कुमार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से विशेष आग्रह किया है कि इस रहस्य से पर्दा उठाया जाए और अगर इल्मा अफरोज ने कोई साहसिक कार्य किया है, तो उसे सम्मानित किया जाए।