शिमला, 12 मई। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के चलते बीते पांच दिनों से बंद पड़े हिमाचल प्रदेश के तीनों प्रमुख हवाई अड्डे शिमला का जुब्बड़हट्टी, कांगड़ा का गग्गल और कुल्लू का भुंतर सोमवार से एक बार फिर नागरिक उड़ानों के लिए खोल दिए गए हैं। इससे न केवल राज्य में फंसे यात्रियों को राहत मिली है बल्कि गर्मियों के पर्यटन सीजन में भी तेजी आने की संभावना है।
छह मई की रात भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक (ऑपरेशन सिंदूर) और उसके बाद पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों के चलते देशभर के कई हवाई अड्डों की तरह हिमाचल प्रदेश के एयरपोर्ट्स को भी सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया था। इस निर्णय से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सात मई से बंद हुई उड़ानों के कारण शिमला, मनाली और धर्मशाला जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पहुंचने में बाधा आई।
हालांकि अब स्थिति सामान्य होने के बाद तीनों हवाई अड्डों पर उड़ानों की बहाली से पर्यटन उद्योग में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। पर्यटन कारोबारियों को उम्मीद है कि उड़ानों के फिर से शुरू होने से बड़ी संख्या में पर्यटक हिमाचल का रुख करेंगे। शिमला होटल एंड टूरिज्म स्टेक होल्डर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट के संचालन में लौटने और हिमाचल में उड़ानों की बहाली से हाई-एंड टूरिज्म को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।
शिमला के जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे पर मंगलवार 13 मई से नियमित उड़ानें शुरू होंगी। शिमला एयरपोर्ट के निदेशक धनपाल सिंह ने बताया कि दिल्ली और अमृतसर के लिए हवाई सेवाएं मंगलवार से चालू हो जाएंगी, जबकि शिमला से धर्मशाला के लिए उड़ानें 14 मई से शुरू होंगी।
वहीं कांगड़ा के गग्गल एयरपोर्ट को भी सोमवार सुबह से नागरिक उड़ानों के लिए खोल दिया गया है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के सिविल एयरपोर्ट गग्गल के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि भारत-पाक तनाव कम होने के बाद यहां पूर्व की तरह उड़ानों का संचालन शुरू हो गया है।
कुल्लू के भुंतर एयरपोर्ट पर भी सोमवार से सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। हालांकि खराब मौसम के कारण सोमवार को दिल्ली-भुंतर सहित कुछ उड़ानें रद्द रहीं, लेकिन मंगलवार से सभी उड़ानों के सुचारु रूप से चलने की संभावना है।
पर्यटन को मिलेगी रफ्तार, गर्मियों में भारी तादाद में हिमाचल पहुंचते हैं सैलानी
गर्मी के मौसम में शिमला, मनाली और धर्मशाला में देश-विदेश से हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। हवाई सेवाएं बाधित होने के कारण होटल, टैक्सी ऑपरेटर्स और पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ा। अब उड़ानों के फिर से शुरू होने से उम्मीद जताई जा रही है कि पर्यटन कारोबार को बड़ा फायदा होगा।
पर्यटन से जुड़े व्यवसायियों का मानना है कि अगले कुछ हफ्तों में सैलानियों की संख्या में तेजी से इजाफा होगा।
बता दें कि पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा निर्दाेष पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकी अड्डों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी जिससे सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया था। इसके बाद सुरक्षा कारणों से हिमाचल के तीनों हवाई अड्डों को पहले 10 मई और फिर 15 मई तक बंद कर दिया गया था। लेकिन अब हालात में सुधार और युद्धविराम की स्थिति के चलते इन एयरपोर्ट्स को दोबारा खोल दिया गया है।