शिमला, 28 जून। हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में शनिवार को भी वर्षा का सिलसिला जारी रहा। बीती रात राजधानी शिमला में तेज बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में गिरावट आई है और मौसम ठंडा हो गया है। मौसम विभाग ने राज्य में आगामी 4 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विशेष रूप से 29 जून के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जिसमें अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश, अंधड़ और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार सोलन और सिरमौर जिलों के लिए विशेष चेतावनी जारी की गई है। इन क्षेत्रों में अगले 24 घंटों के भीतर अचानक बाढ़ यानी फ्लैश फ्लड की संभावना है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों, नालों और खड्डों के आसपास न जाएं और पूरी सतर्कता बरतें। जिला सिरमौर में विशेष रूप से गिरी, यमुना, जलाल, टोन्स और मारकंडा नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो सकती है, जिससे जान-माल के नुकसान की आशंका बनी हुई है। जिला प्रशासन ने किसी भी आपदा अथवा वर्षा जनित दुर्घटना की तत्काल सूचना टोल फ्री नंबर 1077 पर देने का आग्रह किया है।
बीते 24 घंटों के भीतर कांगड़ा जिले के पालमपुर में सर्वाधिक 66 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। इसके अलावा सोलन के कसौली में 48, बिलासपुर के बरठीं में 40, सराहन में 34, बिलासपुर में 28, मनाली में 25, सुंदरनगर में 12 और कांगड़ा में 11 मिमी बारिश हुई है। लगातार हो रही बारिश से न्यूनतम तापमान में 0.6 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। शनिवार को शिमला में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री, मनाली में 18.7, डलहौजी में 18.3, ऊना में 21.8, धर्मशाला में 19.9, ताबो में 21.1 और केलंग में 14.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
राज्य में इस वर्ष मानसून ने 20 जून को दस्तक दी थी और अब तक वर्षा जनित घटनाओं में 31 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि चार लोग लापता हैं और 66 लोग घायल हुए हैं। कांगड़ा और कुल्लू जिलों में हाल ही में बादल फटने की घटनाओं के बाद बाढ़ आई थी, जिससे व्यापक नुकसान हुआ है।
इस बीच राज्य सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सभी जिलों के उपायुक्तों को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जाए तथा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारियां सुनिश्चित की जाएं।