|

हिमाचल प्रदेश में 10 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट, अब तक 78 मौतें

Himgiri Samachar:

शिमला, 07 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों लगातार हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालांकि सोमवार सुबह से राजधानी शिमला सहित राज्य के अधिकांश भागों में बारिश थमी रही, जिससे लोगों ने कुछ राहत की सांस ली है। लेकिन मौसम विभाग ने 10 जुलाई तक राज्य के कई जिलों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। 11 से 13 जुलाई के बीच भी मौसम खराब रहेगा, लेकिन इस दौरान किसी प्रकार की चेतावनी नहीं दी गई है। प्रशासन ने प्रदेशवासियों से सतर्कता बरतने की अपील की है क्योंकि पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन, बादल फटने और फ्लैश फ्लड जैसी घटनाएं अभी भी संभावित हैं।

 

इस वर्ष के मॉनसून सीज़न में अब तक 78 लोगों की मौत, 121 के घायल और 37 के लापता होने की पुष्टि हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सबसे अधिक नुकसान मंडी और कांगड़ा जिलों में हुआ है। मंडी में 30 जून की रात बादल फटने की 12 घटनाएं दर्ज की गईं, जिसमें 14 लोगों की मौत और 31 अन्य लापता हुए हैं। वहीं, कांगड़ा में 13 मौतें हुई हैं, जिनमें से 7 लोग फ्लैश फ्लड की चपेट में आए।

 

बारिश थमने से मंडी जिले में चल रहे राहत और बचाव कार्यों में तेजी आने की उम्मीद है। वर्तमान में प्रदेश में 200 से अधिक सड़कों पर यातायात अवरुद्ध है, जिन्हें खोलने का काम जारी है। इसके अलावा बिजली ट्रांसफार्मर और पेयजल योजनाओं को फिर से सुचारू करने के प्रयास युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं।

 

राज्य में अब तक 163 मकान पूरी तरह ढह चुके हैं, जबकि 178 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं। अकेले मंडी जिले में ही 142 मकान ध्वस्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त 346 गौशालाएं, 26 दुकानें, 10,000 पोल्ट्री पक्षी और 253 मवेशी भी इस आपदा की भेंट चढ़ चुके हैं।

 

अब तक राज्य को 572.44 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। जलशक्ति विभाग को 305 करोड़ और लोक निर्माण विभाग को 259 करोड़ रुपये की क्षति पहुंची है। प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार राहत और बचाव अभियान चला रही हैं। भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों से दुर्गम क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।

 

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि जिनके मकान आपदा में तबाह हो गए हैं, वे कहीं भी किराए के घर में रह सकते हैं, और सरकार उन्हें प्रति माह 5,000 रुपये किराया भत्ता देगी। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार आपदा प्रभावितों के साथ पूरी तरह खड़ी है और हर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

 

पिछले 24 घंटों में आरएल बीबीएमबी में सर्वाधिक 58 मिमी, नंगल डैम में 56 मिमी, ओलिंडा में 46 मिमी, बरठीं में 44 मिमी, ऊना में 43 मिमी, नैना देवी में 36 मिमी और गोहर में 29 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।

 

RELATED NEWS

0 Comments

leave a comment