शिमला, 30 जनवरी। हिमाचल प्रदेश के विद्यार्थियों ने शिक्षा के क्षेत्र में देशभर में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (असर) 2024 के अनुसार हिमाचल प्रदेश के छात्रों का रीडिंग लेवल पूरे देश में सबसे बेहतर पाया गया है। इस मामले में हिमाचल ने केरल जैसे शैक्षणिक रूप से अग्रणी राज्य को भी पीछे छोड़ दिया है। रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के तीसरी कक्षा के 46.6 फ़ीसदी विद्यार्थी आसानी से दूसरी कक्षा की हिंदी पाठ्यपुस्तक पढ़ पा रहे हैं जबकि देशभर में यह औसत मात्र 23.4 फ़ीसदी है। यानी हिमाचल में राष्ट्रीय औसत से दोगुना अधिक छात्र इस स्तर की पुस्तकें पढ़ने में सक्षम हैं।
हिमाचल में शिक्षा की गुणवत्ता में बड़ा सुधार
हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने रिपोर्ट पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा में गुणवत्ता सुधारने के लिए लगातार प्रयासरत है, जिसके सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए कई सुधार किए गए, जिनका असर साफ देखा जा सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 में तीसरी कक्षा के मात्र 23 फीसदी छात्र ही दूसरी कक्षा की पाठ्यपुस्तक पढ़ पा रहे थे। लेकिन वर्ष 2024 में यह आंकड़ा दोगुना से भी अधिक बढ़कर 46.6 फ़ीसदी तक पहुंच गया।
हिमाचल ने राष्ट्रीय औसत से किया दोगुना प्रदर्शन
असर रिपोर्ट 2024 के अनुसार पूरे भारत में तीसरी कक्षा के औसतन 23.4 फ़ीसदी छात्र ही दूसरी कक्षा की पाठ्यपुस्तक पढ़ने में सक्षम हैं। लेकिन हिमाचल प्रदेश में यह आंकड़ा 46.6 फ़ीसदी है। यह राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है और शिक्षा सुधारों की सफलता का प्रमाण है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के सरकारी स्कूलों में बुनियादी शिक्षा को मजबूत करने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिससे छात्रों की पढ़ने, लिखने और समझने की क्षमता में सुधार हो।
केरल को भी पछाड़ा, हिमाचल बना देश में नंबर-1
केरल को देश के सबसे शिक्षित राज्यों में गिना जाता है और उसकी साक्षरता दर भी सबसे अधिक है, लेकिन इस बार हिमाचल प्रदेश ने छात्रों की पढ़ने की क्षमता के मामले में केरल को भी पीछे छोड़ दिया है। रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल प्रदेश के तीसरी कक्षा के विद्यार्थी राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुना अधिक सक्षम हैं।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि सरकार शिक्षा में सुधार के लिए नई योजनाओं और आधुनिक तकनीकों को लागू कर रही है। सरकारी स्कूलों में शिक्षण पद्धति को बेहतर बनाने, डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षकों को उन्नत प्रशिक्षण देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य सभी विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और हिमाचल को देश का सर्वश्रेष्ठ शैक्षिक राज्य बनाना है। उन्होंने कहा कि असर रिपोर्ट के नतीजे बताते हैं कि सरकार के प्रयास सही दिशा में हैं और भविष्य में और बेहतर परिणाम देखने को मिल सकते हैं।