कुल्लू, 01 जनवरी। कुल्लू जिले के बंजार क्षेत्र में हुए भयंकर अग्निकांड में करीब डेढ़ दर्जन रिहायशी मकान जलकर राख हो गए हैं। इस घटना में देवता शेषनाग का भंडार भी पूरी तरह से आग की भेंट चढ़ गया है जिससे करोड़ों रुपए की संपत्ति के नष्ट होने का अनुमान है। आग के तांडव के कारण बंजार क्षेत्र के लोग नया साल कभी न भूलने वाला दर्द लेकर गए हैं।
यह घटना एक जनवरी की दोपहर के समय तांदी निवासी दलीप सिंह के गोशाला (पड़ाछे) में आग लगने के बाद शुरू हुई। आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते कई मकान इसकी चपेट में आ गए। सूचना मिलने पर अग्निशमन कर्मियों का दल मौके पर पहुंचा लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि 17 मकान पूरी तरह जल गए।
आग लगने के तुरंत बाद ग्रामीणों ने अपनी जान की सुरक्षा करते हुए पास के मकानों को बचाने की कोशिश की। हालांकि कड़ी मशक्कत के बावजूद 17 रिहायशी मकान और गोशाले पूरी तरह जलकर नष्ट हो गए। इस अग्निकांड में देवता शेषनाग का भंडार भी आग की भेंट चढ़ गया।
अग्निकांड के प्रभावितों में दलीप सिंह, यज्ञ चंद, दूनी चंद, लोत राम, लुदरमणी, रविंद्र, माडू राम, कातकू, किशोर कुमार, अनूप सम, वितन सिंह, रमेश कुमार, गेहद राम, महिंदर सिंह, चेन सिंह, और डोलू देवी के मकान पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। इसके अलावा कई गोशाले भी आग की चपेट में आ गईं।
घटना के बाद जिला प्रशासन ने फौरी राहत प्रदान की, जिसमें प्रभावितों को 15 हजार रुपए की सहायता, कंबल, बर्तन और तिरपाल उपलब्ध कराए गए हैं।
स्थानीय विधायक सुरेंद्र शौरी ने भी मौके पर पहुंचकर प्रभावितों से मिलकर उनका दुख साझा किया और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
शुरुआत में किए गए अनुमान के अनुसार इस अग्निकांड में करीब 10 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है। पुलिस और प्रशासन द्वारा आग के कारणों की जांच की जा रही है।