नई दिल्ली, 27 जनवरी। संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की सोमवार को हुई बैठक में वक्फ संशोधन विधेयक को 14 बदलावों के साथ मंजूरी दे दी गयी।
जेपीसी के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने पत्रकारों से कहा कि 44 संशोधनों पर चर्चा की गई। छह महीने तक चर्चा के बाद हमने सभी सदस्यों से संशोधन मांगे। यह हमारी अंतिम बैठक थी इसलिए बहुमत के आधार पर समिति ने 14 संशोधनों को स्वीकार किया। विपक्ष ने भी संशोधन सुझाए थे। हमने उनमें से प्रत्येक संशोधन को आगे बढ़ाया और उस पर मतदान हुआ, लेकिन उनके समर्थन में 10 और विरोध में 16 वोट पड़े। इस कारण उसे मंजूर नहीं किया गया।
वक्फ संशोधन विधेयक पर जेपीसी को संसद के बजट सत्र के दौरान अपनी रिपोर्ट पेश करनी है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान जेपीसी का कार्यकाल बढ़ा दिया गया था।
बैठक शुरू होने से पहले जेपीसी के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने पत्रकारों से कहा था कि जेपीसी के गठन के बाद से हमने पिछले छह महीनों में सभी हितधारकों और राज्यों के साथ काम किया। अब संसद सदस्यों की ओर से प्रस्तावित संशोधनों पर चर्चा की जाएगी।
आज जेपीसी की बैठक से पहले एनडीए के नेताओं ने केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू के निवास पर उनसे मुलाकात की। इस दौरान शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने विपक्ष पर अल्पसंख्यकों का मसीहा दिखने के लिए नाटक करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं में आपस में प्रतिस्पर्धा है कि कौन अधिक विरोध करेगा।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को जेपीसी बैठक में फिर हंगामा हुआ था। इसके चलते विपक्ष के 10 सदस्यों को समिति की कार्यवाही से एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया था।