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हिम एमएसएमई फेस्ट 2026 में पहली बार फैक्ट्री आउटलेट ज़ोन, उपभोक्ताओं को मिलेगा सीधा लाभ

Himgiri Samachar:

शिमला, 31 दिसबंर। हिम एमएसएमई फेस्ट 2026 न केवल उद्योग और उद्यमिता के लिए एक सशक्त मंच बनेगा, बल्कि आम उपभोक्ताओं के लिए भी यह एक विशेष अवसर लेकर आ रहा है। महोत्सव के इतिहास में पहली बार फैक्ट्री आउटलेट ज़ोन की स्थापना की जा रही है, जहां लगभग 50 प्रतिष्ठित फैक्ट्री आउटलेट स्टॉल लगाए जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच सीधा संपर्क स्थापित कर उन्हें बेहतर गुणवत्ता के उत्पाद उचित कीमतों पर उपलब्ध कराना है।

 

उद्योग विभाग के निदेशक डॉ. यूनूस ने बताया कि फैक्ट्री आउटलेट ज़ोन में नामी और भरोसेमंद ब्रांड्स के उत्पाद उपलब्ध होंगे। यह पहल उपभोक्ता हितों को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है, ताकि औद्योगिक विकास का सीधा लाभ आम लोगों तक पहुंच सके।

 

एक ही स्थान पर विविध उत्पाद

 

फैक्ट्री आउटलेट ज़ोन में उपभोक्ताओं को एक ही छत के नीचे उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला मिलेगी। इनमें खाद्य उत्पाद एवं रेडी-टू-ईट फूड आइटम्स, हथकरघा और वस्त्र, पारंपरिक परिधान, घरेलू उपयोग के उपकरण, चमड़ा उत्पाद, स्पोर्ट्स शूज़, बेकरी व पैकेज्ड फूड तथा प्रदेश के स्थानीय एवं पारंपरिक उत्पाद शामिल होंगे। ये सभी उत्पाद प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत, कारीगरों की दक्षता और एमएसएमई की गुणवत्ता को दर्शाएंगे।

 

सीधा संवाद, कम कीमत और बेहतर गुणवत्ता

 

फैक्ट्री आउटलेट मॉडल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें उत्पादक और उपभोक्ता के बीच सीधा संवाद होता है। इससे न केवल कीमतों में कमी आती है, बल्कि उत्पादों की गुणवत्ता और पारदर्शिता भी बनी रहती है। यह मॉडल उपभोक्ताओं के साथ-साथ एमएसएमई आधारित ब्रांड्स के लिए भी अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।

 

उपभोक्ता और निर्माता दोनों को फायदा

 

फैक्ट्री आउटलेट ज़ोन के माध्यम से छोटे और मध्यम उद्यमों को बाजार से सीधा जुड़ाव मिलेगा, जिससे उन्हें ब्रांड पहचान, ग्राहक प्रतिक्रिया और बिक्री विस्तार का अवसर प्राप्त होगा। वहीं उपभोक्ता परिवार के साथ खरीदारी करते हुए उद्यमिता के व्यावहारिक मॉडल को भी नजदीक से समझ सकेंगे।

 

कुल मिलाकर, फैक्ट्री आउटलेट ज़ोन हिम एमएसएमई फेस्ट 2026 का प्रमुख आकर्षण बनने जा रहा है। यह पहल राज्य के औद्योगिक और उद्यमशील पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, जिसका लाभ उपभोक्ता और निर्माता दोनों को समान रूप से मिलेगा।

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