शिमला, 23 जून। राजधानी शिमला में बीते तीन दिनों में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक पहुंचे। 20 से 23 जून तक के लंबे सप्ताहांत में गर्मी से राहत पाने के लिए देशभर से हजारों सैलानी शिमला की ओर उमड़े। पुलिस के अनुसार, इस दौरान करीब 60 हजार पर्यटक वाहन शहर में दाखिल हुए, जिससे सड़कों पर भारी ट्रैफिक दबाव देखने को मिला। इसके बावजूद जिला पुलिस की सटीक रणनीति और कड़ी मेहनत से यातायात व्यवस्था सामान्य बनी रही।
शिमला पुलिस ने ट्रैफिक दबाव को देखते हुए पहले से ही व्यापक प्रबंध किए थे। शहर के मुख्य मार्गों, पर्यटक स्थलों और चौराहों पर 189 ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। इनके साथ 85 अतिरिक्त पुलिसकर्मी भी 24 घंटे ड्यूटी पर जुटे रहे। ये जवान लगातार ट्रैफिक को नियंत्रित करते रहे ताकि किसी भी स्थान पर लंबा जाम न लगे।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि ट्रैफिक निगरानी के लिए 25 ट्रैफिक मोटरसाइकिल राइडर शहरभर में सक्रिय रहे। इनके साथ विभिन्न स्थानों पर तैनात टो क्रेन टीमों ने 11 मामूली हादसों और वाहन खराबी के मामलों में तुरंत हस्तक्षेप कर रास्ता साफ कराया। इससे ट्रैफिक में कहीं कोई लंबी बाधा नहीं उत्पन्न हुई।
वहीं, पर्यटकों की भीड़ के बीच 22 जून को आयोजित जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (आईटी) परीक्षा को सफलतापूर्वक आयोजित करवाना भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। शहर के 13 परीक्षा केंद्रों में आयोजित परीक्षा में 4305 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। कानून-व्यवस्था बनाए रखने और केंद्रों की निगरानी के लिए पुलिस ने अतिरिक्त 140 जवानों की तैनाती की थी। भीड़ के बावजूद ज्यादातर परीक्षार्थी समय पर परीक्षा केंद्रों तक पहुंच गए। हालांकि लगभग 30 परीक्षार्थी कट-ऑफ टाइम 10:30 बजे के बाद केंद्र पहुंचे, जिन्हें नियमानुसार प्रवेश नहीं दिया गया। यह निर्णय परीक्षा प्रबंधन द्वारा तय मानकों के तहत लिया गया था।
पुलिस ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया और कुछ चैनलों पर ट्रैफिक अव्यवस्था को लेकर जो तस्वीरें और खबरें दिखाई जा रही हैं, वे हकीकत से परे हैं। पुलिस का कहना है कि व्यवस्थाएं मौके पर सुचारू थीं और अधिकतर पर्यटक और नागरिकों को बिना किसी परेशानी के गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिली।
इस बीच, शिमला पुलिस ने मीडिया संस्थानों से अपील की है कि किसी भी खबर को प्रकाशित या प्रसारित करने से पहले संबंधित अधिकारियों से सही जानकारी लेकर ही रिपोर्टिंग करें।