शिमला, 29 दिसंबर। न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बन गए हैं। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने रविवार को हिमाचल हाई कोर्ट के 30वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में राजभवन में आयोजित सादे समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
चीफ जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया ने शपथ लेने के बाद कहा कि हिमाचल के साथ उनका पुराना नाता हैं। हिमाचल भी पहले पंजाब का हिस्सा था। पंजाब हरियाणा की तुलना में हिमाचल छोटा है और यहां अपराध भी कम हैं। सभी को न्याय देने का प्रयास रहेगा। लंबित मामलों को लेकर अतिरिक्त समय दिया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट को नए न्यायाधीश मिले हैं। साथ लगते चंडीगढ़ हाई कोर्ट से वह हिमाचल प्रदेश आए हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें सरकार की तरफ से बधाई दी है। वहीं हाई कोर्ट में पेंडिंग मामलों को लेकर सीएम ने कहा कि इसमें कोर्ट अपने स्तर पर फैसले लेता हैं।
जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया इससे पहले पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में सेवाएं दे रहे थे। वह 4 फरवरी 2024 को पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस का कार्यभार संभाल चुके हैं। सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने केंद्र सरकार को उनके नाम की सिफारिश की थी। जीएस संधवालिया ने साल 1986 में चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद साल 1989 में उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। लॉ की डिग्री हासिल करने के बाद वे पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल में एडवोकेट के रूप में सक्रिय हुए। साल 1983 से 1987 तक उन्होंने पटना में हाई कोर्ट में सेवाएं दीं। उनके पिता साल 1978 और साल 1983 के दौरान पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं।