लखनऊ, 03 जुलाई। हाथरस सत्संग त्रासदी में घायल पांच और लोगों ने दम तोड़ दिया। इन्हें मिलाकर मृतकों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है। राहत आयुक्त कार्यालय ने कुछ देर पहले यह अपडेट दिया है। 24 घंटे पहले भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में हुई जनहानि से सारा देश शोकाकुल है।
हाथरस जिले के रतीभानपुर पुलराई गांव में सत्संग त्रासदी के 24 घंटे बाद मरघट जैसा सन्नाटा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सुबह 11 बजे रतीभानपुर पुलराई गांव का दौरा करेंगे। यहां से वह आगरा रवाना होंगे। गांव में सत्संग स्थल पर फॉरेंसिक यूनिट और डॉग स्क्वायड मौजूद है।
इस बीच अलीगढ़ के एएसपी सिटी अमृत जैन ने कहा है कि अलीगढ़ 38 शव आए थे। इनमें से 36 की पहचान हो चुकी है। पोस्टमार्टम कर शवों को उनके गंतव्य स्थान भेज दिया गया है। सिर्फ दो शव अज्ञात हैं।
हाथरस जनपद के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत रतीभानपुर फुलरई गांव में 200 बीघा जमीन पर बनाए गए पंडाल में भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम के दौरान 116 से अधिक लोगों की मौत और सैकड़ों लोगों के घायल होने के बाद आगरा के प्रस्तावित सत्संग कार्यक्रम पर रोक लगा दी गई है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ में 116 लोगों की मौत हो गई। बड़ी संख्या में भगदड़ के दौरान लोगों के हताहत होने और सैकड़ों लोगों के घायल होने की इस घटना के बाद आगरा में होने वाला भोले बाबा का सत्संग निरस्त कर दिया गया है। भोले बाबा के नाम से प्रसिद्ध नारायण हरि साकार बाबा का आगरा के सैया कस्बे में इसी 04 जुलाई 2024 को संत समागम सत्संग होना था। इसकी सारी तैयारी कर ली गई थी। टेंट भी लग गया था। सत्संग के लिए उप जिलाधिकारी से अनुमति ली गई थी। हाथरस की घटना के बाद आगरा का सत्संग निरस्त कर दिया गया है।
इस बड़ी घटना के बाद बाबा की धर-पकड़ की कार्रवाई तेज कर दी गई है। उनके मैनपुरी स्थित आश्रम पर भी पुलिस ने छापा मारा है। इस बड़ी दुर्घटना के बाद शासन प्रशासन बाबा के साथ कोई भी रियायत बरतने के मूड में नहीं दिख रहा है। बड़ी कार्रवाई करने के पूरे इरादे के साथ प्रभावी प्रयास किया जा रहे हैं।
मृतकों की लिस्ट जारी
प्रशासन में हाथरस में मरने वालों की पहचान करते हुए लिस्ट जारी कर दी है। 116 लोगों की शिनाख्त करते हुए उनके शवों को परिजनों के हैंडओवर किए जाने की कार्रवाई की जा रही है।