शिमला, 02 सितंबर। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन मंगलवार को भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव देखने को मिला। प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्ष ने नाराजगी जताई और सदन में हंगामा किया। मामला कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक द्वारा देहरा क्षेत्र की महिलाओं को दी गई राशि से जुड़ा था।
दरअसल, हमीरपुर के विधायक आशीष शर्मा ने इस पर सवाल पूछा था, लेकिन सरकार की ओर से जवाब न मिलने पर विपक्ष भड़क गया। विपक्षी विधायकों ने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर जानकारी छिपा रही है। इसी को लेकर विपक्ष ने नारेबाजी की और पूरे विपक्षी सदस्य सदन से बाहर चले गए। विपक्ष प्रश्नकाल खत्म होने के बाद ही सदन में लौटे।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस बारे में जानकारी दी जाएगी और वह इसे पढ़कर विधायक आशीष शर्मा को बताएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि विपक्ष संतुष्ट नहीं होता है तो वे नियम 61 के तहत यह मुद्दा उठा सकते हैं।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि विधानसभा के इतिहास में पहली बार सूचीबद्ध प्रश्न हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि कल सरकार ने जवाब देने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज फिर कहा गया कि जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विधायक ने आरटीआई से जानकारी ले ली है, लेकिन सरकार अभी तक जवाब देने में असमर्थ है।
अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि सरकार जानकारी जुटा रही है, इसलिए प्रश्न स्थगित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पूरक प्रश्न पूछना विधायक का मौलिक अधिकार नहीं है, यह अध्यक्ष की अनुमति पर निर्भर करता है।
इस दौरान विपक्ष ने दोबारा नारेबाजी की और फिर से सदन से बाहर चला गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्ष के इस रवैये की आलोचना की और कहा कि भाजपा सिर्फ सुर्खियां बटोरने के लिए ऐसा कर रही है।