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संघ का शताब्‍दी वर्ष : सामाजिक समरसता, कुटुम्ब, पर्यावरण, स्व और नागरिक कर्तव्य पर फोकस

Himgiri Samachar:

ग्वालियर, 26 अक्‍टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रेरित समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत संघ प्रचारकों का वर्ग 31 अक्टूबर से चार नवम्बर तक दीपावली पर्व के अवसर पर मध्‍य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित हो रहा है। वर्ग में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उससे जुड़े विविध संगठनों में कार्यरत सैकड़ों की संख्‍या में प्रचारक भाग लेंगे। इस वर्ग को संघ के शताब्‍दी वर्ष पूर्ण होने और नई योजना की दृष्टि से भारत और हिन्‍दू समाज के समग्र विकास के नजरिए से भी देखा जा रहा है। इसमें देश भर से 31 विविध संगठन के कुल 554 प्रचारक सहभागी होने वाले हैं। वर्ग का स्वरूप प्रशिक्षणात्मक और मंथन पर केंद्रित रहेगा।

 

इस संबंध में रा.स्‍व.संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने शनिवार को बताया कि यह अखिल भारतीय वर्ग प्रति 4-5 वर्ष में एक बार आयोजित होता है। वर्ग में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत एवं सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी सहसरकार्यवाह तथा अन्य प्रमुख पदाधिकारी सहभागी होंगे। वर्ग में अपेक्षित यह सभी कार्यकर्ता समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीयता के भाव से समाज हित में सक्रिय रहते हैं। यह मज़दूराें, किसानों, विद्यार्थियों तथा सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक एवं ग्रामीण, वनवासी, शहरी क्षेत्र में कार्य पर चर्चा करेंगे ।

 

उन्‍होंने बताया कि इस वर्ग में व्यक्तिगत कुशलक्षेम, व्यक्तिगत विकास, स्वाध्याय के साथ समाज जीवन के लिये आवश्यक कार्यों की चर्चा एवं परस्पर अनुभव साझा किये जाते हैं। सभी अपने-अपने कार्य व अनुभवों का आदान-प्रदान करते हुए विस्तार से चर्चा करते हैं। राष्ट्रीय एवं सामाजिक कार्यों से जुड़े मुद्दों दिव्यांगजनों , युवा एवं महिला सशक्तीकरण, स्वावलम्बन, सुरक्षा, जैविक कृषि, जल संधारण, पर्यावरण संरक्षण, घुमन्तु कार्य, व्यसन मुक्ति जैसे अन्यान्य विषयों पर निरंतर सक्रिय ये सभी कार्यकर्ता इस वर्ग में मंथन करेंगे।

 

गौरतलब है कि संघ के इस प्रचारक वर्ग को मथुरा में हुई अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक से जोड़कर देखा जा रहा है। संघ की वार्षिक अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल की इस बैठक में विजयादशमी के पावन पर्व पर सरसंघचालक द्वारा प्रस्तुत विचारों तथा उनके उद्बोधन में उल्लेखित महत्वपूर्ण विषयों के अनुवर्तन हेतु योजनाओं तथा देश में वर्तमान समय चल रहे समसामयिक विषयों पर व्यापक चर्चा हुई थी। साथ ही संघ के शताब्दी वर्ष में कार्य विस्तार की योजना सहित अभी तक किए गए कार्यों की समीक्षा और पंच परिवर्तन (सामाजिक समरसता, कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण, ‘स्व’ आधारित जीवन शैली और नागरिक कर्तव्य) को समाज में लेकर जाने पर चर्चा की गई थी। बैठक में प्रांतों के विशेष कार्यों का तथा परिस्थितियों के बारे में जानकारी देने के साथ आगे के कार्य विस्‍तार पर भी चर्चा हुई थी। जिसमें कि विशेष तौर पर आगामी मार्च 2025 तक की विस्तृत योजना पर भी विचार विमर्श हुआ। इस संदर्भ में सामने आया है कि अब इन्‍हीं बिन्‍दुओं पर देशभर के प्रचारक ग्‍वालियर में एक-एक विषय को लेकर विस्‍तार से चर्चा करेंगे।

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