शिमला, 26 दिसंबर। वीर बाल दिवस के मौके पर आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिन्दल ने गुरू गोविन्द सिंह के पुत्रों की शहादत को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके अद्वितीय बलिदान को याद किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में उन्होंने कहा कि आज पूरा देश और दुनिया के अनेक स्थानों पर गुरू गोविन्द सिंह के वीर पुत्रों की शहादत को श्रद्धांजलि दी जा रही है।
डॉ. बिन्दल ने बताया कि यह घटना भारतीय इतिहास की सबसे दिल को झकझोर देने वाली घटनाओं में से एक है, जिसमें नन्हे बालकों ने धर्म और देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने विशेष रूप से गुरू गोविन्द सिंह के चारों पुत्रों का उल्लेख किया, जिन्होंने धर्म और देश की रक्षा के लिए बलिदान दिया।
डॉ. बिन्दल ने कहा कि जब जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवारों में चुनवाया गया, तो वे धर्म परिवर्तित करने के बजाय अपने प्राणों की आहुति देने को तैयार थे। यह घटना कभी न भूलने वाली है और शायद इतिहास में ऐसा बलिदान फिर से कभी नहीं होगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस की घोषणा की ताकि भारतीय बालकों को सही दिशा मिल सके और त्याग, तपस्या व बलिदान की भावना को समाज में बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने बताया कि भाजपा पूरे देश में वीर बाल दिवस का आयोजन कर रही है और समाज के विभिन्न क्षेत्रों से लोगों को इस कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है।
डॉ. बिन्दल ने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में वीर बाल दिवस के अवसर पर 171 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें नाहन विधानसभा क्षेत्र के विक्रमबाग-देवनी, नाहन शहर और माजरा में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष विनय गुप्ता, पूर्व मण्डल अध्यक्ष प्रताप ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
वीर बाल दिवस के कार्यक्रमों के दौरान डॉ. बिन्दल ने नाहन में गुरू गोविन्द सिंह के ऐतिहासिक आगमन का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि सिरमौर जिले में गुरू गोविन्द सिंह जी का स्वागत किया गया था और नाहन के तात्कालिक महाराज मेदनी प्रकाश ने उनका हाथी-घोड़ों के साथ अभिनंदन किया। डॉ. बिन्दल ने कहा कि गुरू गोविन्द सिंह ने नाहन में लगभग साढ़े चार महीने बिताए, इस दौरान उन्होंने सिरमौर के महाराजा की कई समस्याओं का समाधान किया।