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ईवीएम पर सवाल उठाना कांग्रेस की दोहरी नीति का उदाहरण : श्रीकांत शर्मा

Himgiri Samachar:

शिमला, 28 नवंबर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा ने आज शिमला में पार्टी संगठन पर्व की बैठक को संबोधित करते हुए 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है और भाजपा इसे पूरा करने के लिए प्रत्येक स्तर पर विजय प्राप्त करेगी।

 

शर्मा ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य भाजपा को रोकना है जबकि देश के विकास की उन्हें कोई चिंता नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी नेता प्रधानमंत्री मोदी को गाली देकर भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को धूमिल कर रहे हैं।

 

ईवीएम के मुद्दे पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को घेरते हुए शर्मा ने कहा कि 2017 में चुनाव आयोग द्वारा आयोजित ईवीएम हैकाथॉन में किसी भी विपक्षी दल ने भाग नहीं लिया। कांग्रेस के नेताओं पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि शायद राहुल गांधी उस समय विदेश दौरे पर थे।

 

शर्मा ने कहा कि जब कांग्रेस 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव ईवीएम के जरिए जीती, तब कोई सवाल नहीं उठाया गया। लेकिन हारते ही ईवीएम पर सवाल उठाए जाते हैं। यह दोहरी मानसिकता का परिचायक है। यदि ईवीएम में खामी होती, तो झारखंड में जेएमएम की जीत कैसे संभव हुई?

 

श्रीकांत शर्मा ने दावा किया कि अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क ने भारत की चुनाव प्रणाली की प्रशंसा करते हुए इसे विश्व के लिए मिसाल बताया था। मस्क ने 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान भारत में 64 करोड़ वोटों की गिनती एक ही दिन में पूरी होने पर ट्वीट कर भारत की चुनाव व्यवस्था को सराहा।

 

शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ईवीएम को हटाने और बैलेट पेपर वापस लाने की मांग कांग्रेस की विफलता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि भाजपा बार-बार स्पष्ट कर चुकी है कि ईवीएम में कोई खामी नहीं है, बल्कि खामी नेताओं की राजनीति में है।

 

भाजपा नेता ने कहा कि जब तक राहुल गांधी राजनीति में हैं, तब तक कांग्रेस आरोप-प्रत्यारोप की सियासत करती रहेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा अपने कार्यों के बल पर हर चुनौती का सामना करेगी और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करेगी।

 

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