शिमला, 15 जुलाई। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट कर राज्य में हाल ही में हुई प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान की जानकारी दी और केंद्र सरकार से उदार राहत सहायता की मांग की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में भारी वर्षा और भूस्खलन के चलते अब तक लगभग 1,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है जबकि मॉनसून की अभी शुरुआत ही हुई है। आपदा के कारण कई लोगों की मृत्यु हुई है और सड़कों, पुलों, भवनों, पेयजल व सिंचाई योजनाओं और बिजली आपूर्ति से संबंधित बुनियादी ढांचे को भारी क्षति पहुंची है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से राहत एवं पुनर्वास मापदंडों में संशोधन कर वर्तमान सीमा को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की भौगोलिक परिस्थितियां कठिन हैं और वर्तमान दिशा-निर्देश पर्याप्त नहीं हैं। संशोधन से राज्य को आपदा के बाद पुनर्निर्माण कार्यों में महत्वपूर्ण सहायता मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश को वर्ष 2023 से लगातार प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है, जिससे बीते तीन वर्षों में करीब 21,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है। प्रदेश सरकार अपने सीमित संसाधनों के माध्यम से राज्य आपदा राहत कोष और राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से हरसंभव सहायता दे रही है, लेकिन बार-बार आपदा आने से पुनर्निर्माण कार्य कठिन हो गया है।
इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।