शिमला, 09 मई। भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात को देखते हुए हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने पंजाब के अमृतसर व पठानकोट और जम्मू-कश्मीर के कटरा की ओर संचालित होने वाली रात्रिकालीन बस सेवाओं को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। पाकिस्तान की ओर से हालिया ड्रोन और मिसाइल हमलों की आशंकाओं के बीच यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह फैसला लिया गया है।
एचआरटीसी प्रबंधन के अनुसार वर्तमान परिस्थितियों में इन सीमावर्ती क्षेत्रों की ओर जाने वाली रात्रि बस सेवाओं पर अस्थायी रोक लगाई गई है। निगम के प्रबंध निदेशक ने बताया कि जम्मू-पठानकोट-अमृतसर रूट पर यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट भी दर्ज की गई है जिससे संचालन को लेकर आर्थिक व सुरक्षा दोनों ही दृष्टिकोण से समीक्षा की गई है।
फिलहाल रात्रिकालीन सेवाएं बंद रहेंगी और हालात की समीक्षा के बाद केस-टू-केस आधार पर निर्णय लिया जाएगा। दिन के समय बस सेवाएं पूर्ववत जारी रहेंगी हालांकि ये भी स्थानीय प्रशासन द्वारा लागू किए गए कानून व्यवस्था संबंधी निर्देशों के अधीन रहेंगी।
एचआरटीसी ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय ताजा अपडेट लेते रहें। विशेष रूप से अमृतसर, जम्मू, कटरा और पठानकोट जाने वाले यात्रियों को सतर्कता बरतने और वैकल्पिक प्रबंध करने को कहा गया है।
कटरा रूट भी प्रभावित, बसें अब जैसूर तक ही
माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए कटरा जाने वाली बसें भी अब सीधा कटरा न जाकर हिमाचल की सीमा में स्थित कस्बे जैसूर तक ही जाएंगी। इसके आगे की यात्रा यात्रियों को अपने स्तर पर करनी होगी।
चंडीगढ़ रूट पर भी लगी अस्थायी रोक, दिल्ली के लिए बस सेवा जारी
वहीं सुरक्षा एजेंसियों द्वारा चंडीगढ़ में संभावित हवाई हमले की आशंका जताए जाने के बाद शुक्रवार सुबह से एचआरटीसी ने चंडीगढ़ के लिए बस सेवा पूरी तरह स्थगित कर दी है। हालांकि दिल्ली के लिए बसें संचालित हो रही हैं, परंतु चंडीगढ़ से होकर नहीं भेजी जा रही हैं।
बच्चे फंसे चंडीगढ़ व दिल्ली में, संपर्क में हैं परिजन
जम्मू-कश्मीर, दिल्ली व चंडीगढ़ में पढ़ाई या काम के सिलसिले में गए हिमाचली युवक-युवतियां अब वहीं फंसे हुए हैं। कुछ क्षेत्रों में धारा 163 लागू होने के चलते वे वापस नहीं लौट पा रहे हैं। हालांकि जानकारी अनुसार सभी छात्र-छात्राएं सुरक्षित हैं और परिजनों से संपर्क में हैं।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल से इन सीमावर्ती क्षेत्रों की ओर प्रतिदिन 20 से 25 बसें संचालित होती हैं। इनमें अब केवल दिन के समय सीमित संख्या में बसें भेजी जा रही हैं। परिवहन निगम हालात सामान्य होने तक यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनज़र सतर्कता बनाए रखेगा।