मंडी, 06 अगस्त। प्रदेश सरकार द्वारा सराज की प्राकृतिक आपदा के 72 प्रभावितों पर एफआईआर दर्ज करने के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने मंडी में बुधवार काे रोष रैली निकाल कर धरना- प्रदर्शन किया। इस अवसर पर सेरी मंच से रैली निकालकर सरकार के खिलाफ़ जमकर नारेबाजी की गई।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के नेतृत्व में मंडी जिला भाजपा ने सेरी बाजार से होकर उपायुक्त कार्यालय के बाहर तक एक रोष रैली निकाली और सराज के आपदा प्रभावितों पर दर्ज झूठी एफआईआर को तुरंत रद्द करने की मांग उठाई। इस रोष प्रदर्शन में भाजपा प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इसके बाद सभी नेताओं ने एक ज्ञापन उपायुक्त मंडी के माध्यम से राज्यपाल हिमाचल प्रदेश को भेजा। ज्ञापन में राज्यपाल महोदय से आग्रह किया गया कि वे राज्य सरकार को निर्देश दें कि सराज में दर्ज 72 लोगों पर एफआईआर को रद्द किया जाए।
जिला पुस्तकालय के बाहर रोष प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि 30 जून की उस रात आपदा से सराज में जो करोड़ों का नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कर पाना मुश्किल कार्य है। आपदा की इस घड़ी में जहां सरकार को पीड़ित लोगों का दुःख दर्द बांटना चाहिये था वहां इस सरकार ने आपदा के जख्मों पर मरहम के बजाय एफआईआर दर्ज करके नमक छिड़कने का काम किया है। उन लोगों का इतना ही कसूर था कि अपने बागवानी कॉलेज को कहीं और बदलने की सरकारी कोशिशों से वे आहत थे और अपनी बात संबंधित मंत्री के समक्ष उठाना चाहते थे। लेकिन उल्टा मंत्री ने उन्हें धमकाने का प्रयास किया और इन्हीं लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि उस दिन से आज तक प्रदेश में करीब 2 हज़ार करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है जिसमें 1000 करोड़ से अधिक का केवल सराज में ही हुआ है। अकेले लोक निर्माण विभाग को ही 500 करोड़ की चपत लगी है। इसके बाद अगर किसी विभाग को ज्यादा नुकसान हुआ है वो जलशक्ति है जिसका करीब 250 करोड़ तक का नुकसान हुआ है। यहां 500 से अधिक घर पूरी तरह तबाह हुए और 1000 से अधिक क्षतिग्रस्त हुए हैं। सेब और बागवानी के बागीचे तबाह हो गए और बेशकीमती जमीनें बह गई। फूलों की खेती बर्बाद हो गई। 1000 के आसपास पशुधन लोगों ने आपदा में गंवाए हैं। इतना नुकसान झेलने वाले इन लोगों की फरियाद सुनने के बजाए एक मंत्री के आदेश पर पुलिस ने 3 मामले दर्ज कर दिए। अब उन्हें लगातार थाने बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है जबकि उनके घर मे छत तक नहीं है। ये अमानवीय तरीका सही नहीं है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि आज से पहले आपदा के बाद कोई संस्थान बदला नहीं गया। क्या शिमला में समरहिल में उतना बड़ा भूस्खलन 2 साल पहले हुआ तो क्या विश्वविद्यालय बदला गया क्या। किन्नौर में लगातार भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएं हुई तो क्या कोई संस्थान बदला गया क्या। ऐसा सराज से सिर्फ इसलिए हो रहा है क्योंकि मैं यहां से विपक्ष का नेता हूं।
इस मौके पर पार्टी प्रभारी श्रीकांत शर्मा, पार्टी अध्यक्ष डॉ राजीब बिंदल, मंडी संसदीय क्षेत्र प्रभारी पूर्व मंत्री गोविंद सिंह, विधायक अनिल शर्मा, विनोद कुमार, इंद्र सिंह गांधी, दलीप ठाकुर, भाजपा नेता रजत ठाकुर, अजय राणा, भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य पायल वैद्य, सुंदरनगर जिलाध्यक्ष हीरालाल और भाजपा जिलाध्यक्ष निहाल चंद शर्मा भी उपस्थित रहे।