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मुख्यमंत्री ने 66 पैट्रोलिंग वाहनों को दिखाई हरी झंडी, चिट्टे के खिलाफ चलेगा अभियान

Himgiri Samachar:

शिमला, 04 नवंबर। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला के चौड़ा मैदान से 66 नए पैट्रोलिंग वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये सभी वाहन राज्य के 10 जिलोंशिमला, मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना, बिलासपुर, कुल्लू, सिरमौर, सोलन और चंबा के विभिन्न पुलिस थानों में तैनात किए जाएंगे। 18.42 करोड़ रुपये की लागत से खरीदे गए इन वाहनों में 35 इलेक्ट्रिक वाहन, 14 इंटरसेप्टर वाहन, 10 रैकर वाहन और 7 डब्ल्यूडी डीजल वाहन शामिल हैं।

 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार का उद्देश्य न केवल सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है, बल्कि राज्य में एक सुरक्षित और आपदा-प्रतिरोधी यातायात प्रणाली विकसित करना भी है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में सड़कों पर दुर्घटनाओं के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की गई है, जो पुलिस, परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग, सड़क एवं अधोसंरचना विकास निगम, स्वास्थ्य विभाग और अन्य एजेंसियों के सामूहिक प्रयासों से संभव हुआ है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि रैकर वाहनों की तैनाती से दुर्घटना के बाद क्षतिग्रस्त वाहनों को जल्दी हटाया जा सकेगा, जिससे यातायात शीघ्र सामान्य होगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि सरकार जल्द ही हमीरपुर में करीब 30 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक सड़क सुरक्षा नियंत्रण एवं कमांड सेंटर स्थापित करेगी। यह सेंटर पूरे प्रदेश में लगाए जा रहे आधुनिक कैमरों से जुड़ा होगा और इसके माध्यम से ई-चालान, यातायात निगरानी तथा सड़कों पर अनुशासन और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

 

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि यह नया सेंटर न केवल सड़क सुरक्षा को मजबूत करेगा बल्कि राज्य के लिए अतिरिक्त राजस्व सृजन में भी सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश स्टेट रोड ट्रांसफॉर्मेशन परियोजना के तहत सड़क सुरक्षा सुधार के कई कदम उठाए जा रहे हैं। इस परियोजना के अंतर्गत लगभग 60 करोड़ रुपये की लागत से 3,373 सड़क सुरक्षा प्रवर्तन उपकरण खरीदे जा रहे हैं, जिन्हें राज्य के 10 जिलों में वितरित किया जाएगा।

 

उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को अत्याधुनिक संसाधनों से सुसज्जित किया जा रहा है ताकि हिमाचल की पुलिस देश की सर्वश्रेष्ठ पुलिस बन सके। मुख्यमंत्री ने बताया कि पुलिस विभाग में हाल ही में 1,200 कांस्टेबलों की भर्ती की गई है और आठ साल बाद पुलिस प्रमोशन के लिए बी-1 परीक्षा भी करवाई जा रही है।

 

उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग नशे, खासकर चिट्टे के खिलाफ सराहनीय काम कर रहा है और जल्द ही इसके खिलाफ पूरे प्रदेश में एक बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा।

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