शिमला, 16 अगस्त। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर शनिवार को राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह सहित अनेक गणमान्य लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए और देश के प्रति उनके योगदान को याद किया।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि वे स्वयं अटल जी के अनुयायी रहे हैं। उन्होंने कहा कि अटल जी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते थे और राजनीति में उन्होंने अपने आचरण से एक नई मिसाल कायम की। राज्यपाल ने संसद में अटल बिहारी वाजपेयी के उस ऐतिहासिक वक्तव्य को याद किया जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि सरकार बचाने के लिए भ्रष्टाचार करना पड़े तो वे कभी ऐसा नहीं करेंगे। परिणामस्वरूप उनकी सरकार गिर गई, लेकिन बाद में देश की जनता ने उन्हें भारी बहुमत से प्रधानमंत्री बनाया। राज्यपाल ने कहा कि हमें उनके आदर्शों और सिद्धांतों से प्रेरणा लेकर राजनीति में पारदर्शिता और नैतिकता को बनाए रखने का संकल्प लेना चाहिए।
वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ऐसी शख्सियत थे जिनका सभी दलों के नेता सम्मान करते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे, तब वाजपेयी जी को सरकारी खर्च पर विदेश में इलाज के लिए भेजा गया था। यह उस दौर का उदाहरण है जब राजनीति दलगत सीमाओं से ऊपर उठकर लोकतंत्र और मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता देती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी का हिमाचल से गहरा जुड़ाव था और कुल्लू जिले के प्रीणी गांव में उनका अपना घर भी था। उन्होंने कहा कि अटल जी जैसी महान विभूति को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता आपसी सम्मान और संवाद की परंपरा को बनाए रखें।
इस अवसर पर अन्य गणमान्य लोगों ने भी अटल जी के व्यक्तित्व, कृतित्व और राजनीति में उनके योगदान को याद किया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रदेश के अनेक वरिष्ठ नेता, अधिकारी और आम नागरिक भी उपस्थित रहे।