नई दिल्ली, 8 सितंबर। तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल (बीजेडी) ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए होने वाले मतदान से दूर रहने की घोषणा की है।राज्यसभा में बीआरएस के चार और बीजेडी के सात सदस्य हैं। लोकसभा में दोनों ही दलों के पास कोई सदस्य नहीं है।दोनों ही दल राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं।
बीजेडी के सांसद सस्मित पात्रा ने सोमवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि पार्टी के सांसद उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहेंगे। पार्टी अध्यक्ष नवीन पटनायक ने वरिष्ठ नेताओं, राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्यों और सांसदों से विचार-विमर्श के बाद यह फैसला लिया।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने भी कहा कि उनकी पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहेगी। उन्होंने तेलंगाना के किसानों में यूरिया की कमी को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही इस कमी के मुद्दे को सुलझाने में विफल रही हैं। ऐसे में हम उपराष्ट्रपति चुनाव के मतदान से दूर रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर उपराष्ट्रपति चुनाव में नोटा का विकल्प उपलब्ध होता तो बीआरएस इसका इस्तेमाल कर सकती थी।
उपराष्ट्रपति चुनाव में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और इंडी गठबंधन के उम्मीदवार न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला है। संसद के दोनों सदनों के सदस्य मंगलवार को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच मतदान करेंगे। जहां तक कुल वोटों की संख्या की बात करें तो इसमें लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य मतदान करते हैं। मौजूदा कुल 78ा वोटों में से 48 वोट ऐसे हैं जो न की एनडीए के साथ है और न ही इंडी गठबंधन के साथ। एनडीए के पास चुनाव में जीत के लिए ज़रूरी 391 मत से 31 ज़्यादा हैं। वहीं इंडी ब्लॉक के पास 312 मत हैं।--