नई दिल्ली, 4 सितंबर। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। केंद्रीय मंत्री शिवराज ने अमृतसर, कपूरथला और गुरदासपुर जिले के गांवों में जाकर किसानों से सीधा संवाद किया और पानी से भरे खेतों में उतरकर फसलों के नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान किसानों ने उन्हें फसलों को हुए भारी नुकसान की जानकारी दी, जिस पर शिवराज सिंह ने कहा कि किसान भाई-बहन चिंता न करें, सरकार उनके साथ है।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि स्थिति बहुत गंभीर है, संकट भयानक है। जलप्रलय के कारण फसलें डूबी हुई हैं और पूरी तरह से तबाह और बर्बाद हो गई हैं। लगभग 1,400 गांव पूरी तरह प्रभावित हैं। 26 अगस्त से यहां खेतों में पानी भरा हुआ है। रावी का पानी खेतों में बह रहा है। पांव के नीचे मिट्टी नहीं, सिल्ट है, जो जमा हो गई है। यह फसल तो खत्म हो गई है, अगली फसल पर भी संकट है। दर्द और नुकसान का अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि स्थिति देखकर मन द्रवित होता है, लेकिन इस समस्या से अपने किसान भाई-बहनों को जरूर बाहर निकालेंगे। यह चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हरसंभव प्रयास किया जाएगा और राहत पहुंचाने के लिए पूरी मदद की जाएगी। शिवराज सिंह ने बताया कि पंजाब में स्थिति का आंकलन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर केंद्र सरकार ने उच्चस्तरीय दो टीमें भेजी हैं, जिनमें कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, सड़क परिवहन, ऊर्जा, वित्त और जलशक्ति मंत्रालय के अधिकारी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि ये टीमें प्रभावित इलाकों का दौरा कर स्थिति का आकलन कर रही हैं और अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौपेंगी।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि गांवों में जाकर लोगों से संवाद कर जमीनी हालात को समझा जा रहा है और विस्तृत रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपी जाएगी। राज्य सरकार भी अपनी तरफ से आकलन करेगी।