नई दिल्ली, 10 मई। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर फायरिंग और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति के बीच विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने स्पष्ट किया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपने कठोर और अडिग रुख से कोई समझौता नहीं करेगा।
जयशंकर ने एक्स पोस्ट में कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच फायरिंग और सैन्य कार्रवाई को बंद करने के लिए आज सहमति बनी है। भारत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों को बर्दाश्त नहीं करने के अपने दृढ़ और अडिग रवैये पर कायम है। वे आगे भी इसी पर कामय रहेगा।
इससे पहले आज एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट किया था कि भारतीय भूमि पर की गई कोई भी आतंकवादी गतिविधि अब सीधे तौर पर देश के विरुद्ध युद्ध मानी जाएगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आज सबसे पहले भारत-पाकिस्तान के बीच तत्काल संघर्ष विराम की घोषणा की थी। उनकी घोषणा के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक्स पोस्ट में इसकी पृष्ठभूमि और प्रयासों की जानकारी दी।
रुबियो ने कहा कि उन्होंने और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने बीते 48 घंटों में दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत की। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर तथा भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों क्रमशः अजीत डोभाल और आसिम मलिक शामिल रहे।
रुबियो ने दोनों प्रधानमंत्रियों की ‘राजनीतिक सूझबूझ और विवेकपूर्ण निर्णय’ की सराहना की और संघर्ष विराम पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों देशों में किसी निष्पक्ष स्थान पर प्रमुख मुद्दों पर बातचीत करने का फैसला लिया है।