शिमला, 10 मई। भारत-पाकिस्तान के बीच वर्तमान तनावपूर्ण हालात के मद्देनज़र हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शनिवार को राजभवन में सर्वधर्म प्रतिनिधियों के साथ एक अहम बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, और विभिन्न धर्मों हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध और तिब्बती समुदाय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में शांति, सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को बनाए रखना था। सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने एक सुर में देश की एकता और अखंडता के समर्थन में अपनी बात रखी और पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद और ड्रोन हमलों की कड़ी निंदा की।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बैठक के बाद कहा आज का संदेश साफ है कि भारत के सभी धर्मों के लोग एकजुट हैं और देश की संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पाकिस्तान की ओर से फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी से सतर्क रहने की आवश्यकता है। भारतीय सेना देश की सुरक्षा के लिए हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता और सरकार, केंद्र सरकार के हर निर्देश का पालन करते हुए भारतीय सेना के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने पहलगाम में हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि बेगुनाहों को निशाना बनाना कायरता है और इसका जवाब सेना दे रही है।
शिमला जामा मस्जिद के मौलाना और तिब्बती धर्मगुरु सहित अन्य धार्मिक नेताओं ने भी आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने और भारत सरकार को पूर्ण समर्थन देने की बात कही। सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने इस बात पर सहमति जताई कि देश की अखंडता और शांति के लिए हर भारतीय को एकजुट रहना होगा। सभी प्रतिनिधियों ने एक स्वर में राष्ट्रीय एकता को सर्वाेपरि बताते हुए देश की सुरक्षा के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया।