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पर्यावरण संरक्षण में हिमाचल के छह स्कूलों की बड़ी भूमिका को मिली पहचान

Himgiri Samachar:
शिमला, 05 जून। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरूवार को हिमाचल प्रदेश के छह स्कूलों को वर्ष 2024-25 के लिए मुख्यमंत्री ग्रीन स्कूल रोलिंग ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास में उल्लेखनीय योगदान देने वाले इन स्कूलों को यह पुरस्कार शिमला के ऐतिहासिक होटल पीटरहॉफ में आयोजित समारोह में प्रदान किए गए। कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विजेता स्कूलों को ट्रॉफी भेंट की। इस आयोजन का आयोजन सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (सीएसई) के ग्रीन स्कूल्स प्रोग्राम (जीएसपी) और हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद (हिमकोस्ट) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।


इस वर्ष सोलन जिले का प्रदर्शन सबसे शानदार रहा, जहां के तीन स्कूलों ने पुरस्कार हासिल किए। इसके चलते सोलन को राज्य का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला जिला घोषित किया गया है। यह जिला लगातार पर्यावरण शिक्षा और टिकाऊ गतिविधियों में अग्रणी बना हुआ है।


इस वर्ष जिन स्कूलों को मुख्यमंत्री ग्रीन स्कूल ट्रॉफी से नवाजा गया, उनमें शिमला जिले का सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बलद्यान शामिल है, जिसे चेंजमेकर स्कूल अवॉर्ड मिला। हमीरपुर के भलेठ स्थित सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को वेस्ट वॉरियर अवॉर्ड, सोलन के कन्ह गांव के सरकारी उच्च विद्यालय को लैंड मैनेजर अवॉर्ड तथा दून वैली पब्लिक स्कूल सोलन को एनर्जी मैनेजर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा शिमला के सरोग स्थित सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को न्यूकमर अवॉर्ड और नालागढ़ (सोलन) के शिवालिक वैली स्कूल को वॉटरवाइज अवॉर्ड प्रदान किया गया।


ग्रीन स्कूल्स प्रोग्राम की शुरुआत वर्ष 2017 में की गई थी। इसका उद्देश्य स्कूलों को पर्यावरणीय ऑडिट के जरिए सतत विकास की दिशा में प्रेरित करना है। इस ट्रॉफी के जरिए उन स्कूलों को सम्मानित किया जाता है जो संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग, कचरा प्रबंधन, ऊर्जा संरक्षण और जल संरक्षण जैसे क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य करते हैं। सीएसई और हिमकोस्ट पिछले करीब दस वर्षों से मिलकर हिमाचल में पर्यावरण शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे हैं।


समारोह में हिमकोस्ट के सदस्य सचिव डीएस राणा ने कहा कि हिमाचल में ग्रीन स्कूल्स प्रोग्राम के जरिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मजबूत आधारशिला रखी गई है। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी से आने वाली पीढ़ी को प्रकृति के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनाने में मदद मिल रही है।


सीएसई के पर्यावरण शिक्षा कार्यक्रम के प्रबंधक नीरज कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश ने वर्ष 2024-25 में 290 स्कूलों द्वारा जीएसपी ऑडिट पूरा कर देश में दूसरा सबसे अधिक भागीदारी वाला राज्य बनने का गौरव हासिल किया है। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों ने यह सिद्ध कर दिया है कि पर्यावरण शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिबद्धता और परिश्रम से बड़े बदलाव संभव हैं।


बता दें कि ग्रीन स्कूल्स प्रोग्राम स्कूलों को ऊर्जा संरक्षण, जल प्रबंधन, कचरा निपटान और जैव विविधता जैसे क्षेत्रों में सुधार के लिए प्रोत्साहित करता है।

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