शिमला, 14 मई। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि प्रदेश सरकार राज्य के प्रत्येक नागरिक के समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है और विशेष रूप से वंचित, जरूरतमंद व हाशिए पर खड़े वर्गों को राहत व सहायता प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अन्यायपूर्ण ढंग से किसी की आजीविका प्रभावित नहीं होनी चाहिए और सरकार इस दिशा में संवेदनशीलता के साथ कदम उठा रही है।
मुख्यमंत्री आज अपने सरकारी आवास 'ओक ओवर' में हमीरपुर स्ट्रीट वेंडर्स यूनियन के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत कर रहे थे। प्रतिनिधिमंडल ने अपने लंबे समय से लंबित मामलों के समाधान में सहयोग के लिए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि पूर्व में उनके खोखे बिना किसी ठोस वजह के तोड़ दिए गए थे, जिससे वे रोजगार और आश्रय दोनों से वंचित हो गए थे। कई बार आग्रह करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी।
प्रतिनिधियों ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू के सत्ता में आने के बाद उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया गया और उन्हें पुनः आजीविका से जोड़ने के प्रयास शुरू हुए। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा पुनर्वास की दिशा में सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाते हुए ठोस कदम उठाए गए, जिससे उन्हें राहत मिली और उनका जीवन दोबारा पटरी पर लौट सका।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार आगे भी इसी तरह जरूरतमंदों को राहत, सहायता और अवसर प्रदान करती रहेगी और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाकर मुख्यधारा में लाना है।
मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाएं समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि जन समस्याओं को मानवीय दृष्टिकोण से समझकर मुख्यमंत्री समाधान सुनिश्चित कर रहे हैं।