शिमला, 04 मई। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सहित कई जिलों में रविवार को मौसम के तेवर बदले और ज़ोरदार वर्षा से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। रविवार करीब डेढ़ बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि ने शहर की रफ्तार थाम दी और जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश और ओलों की मार से जहां आम लोगों की आवाजाही पर असर पड़ा वहीं प्रशासन की तैयारियों की भी पोल खुल गई।
तेज़ बारिश के कारण शिमला शहर की सड़कों पर पानी भर गया जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई। लोकल बस स्टैंड शिमला स्थित ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल रूम तक पानी और कीचड़ घुस गया। छत से पानी टपकने लगा और फर्श पर गाद जमा हो गई। पुलिस कर्मचारियों को खुद मोर्चा संभालते हुए जल निकासी के लिए ब्लॉकेज खोलने पड़े।
पर्यटकों को भी हुई परेशानी, माल रोड और रिज पर पसरा सन्नाटा
वीकेंड पर माल रोड और रिज मैदान की सैर पर निकले पर्यटक अचानक मौसम के बदलते मिजाज से हैरान रह गए। लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में इधर-उधर भागते नजर आए। कई घंटे तक चली तेज़ हवाओं के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण बाजारों में सन्नाटा छा गया तथा लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। बारिश से शिमला में मौसम सर्द हो गया।
ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान, किसानों की चिंता बढ़ी
शिमला जिले के ठियोग, फागू, चौपाल सहित अप्पर शिमला के कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। सेब और अन्य गठलीदार फलों को खासा नुकसान हुआ है। वहीं मैदानी इलाकों में गेहूं की कटाई का काम प्रभावित हुआ है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे अनाज खुले में न रखें और मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें।
मौसम विभाग का अलर्ट, 8 मई तक रहें सतर्क
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 5 से 8 मई तक प्रदेश में बारिश, तेज हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है।
5 मई को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और लाहौल-स्पीति जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
6 व 7 मई को हालात और बिगड़ सकते हैं। इन दोनों दिनों चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला में ओरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। हवाओं की गति 40 से 50 किमी प्रति घंटा रहने की संभावना है। इसके अलावा ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन, सिरमौर, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में येलो अलर्ट रहेगा। 8 मई को ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर को छोड़ बाकी 9 जिलों में फिर से बारिश, तेज हवाएं और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
बीते 24 घंटों में प्रदेश में सबसे अधिक बारिश नेरी में 44.5 मिमी दर्ज की गई। जोत में 37 मिमी, सलापड़ में 33.8 मिमी, नगरोटा सुरियां में 24.8 मिमी, नारकंडा में 24.5 मिमी, भरमौर में 22 मिमी और सुजानपुर टीहरा में 21.6 मिमी बारिश हुई। शिमला जिले के कोटगढ़, ठियोग और कुफरी में ओलावृष्टि हुई, जबकि बिलासपुर में 41, रिकांगपिओ में 50 और नेरी में 46 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 2-3 दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है। रविवार की बारिश और ओलावृष्टि के कारण तापमान में अचानक गिरावट आई है। पहाड़ी इलाकों में ठंड बढ़ गई है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में गर्मी से थोड़ी राहत मिली है।