शिमला, 03 फ़रवरी। हिमाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड के बीच एक बार फिर भूकंप के झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया। सोमवार सुबह कुल्लू जिले में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए जिससे कुछ देर के लिए लोगों में भय का माहौल बन गया। भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई और इसका केंद्र कुल्लू जिले में 31.76 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.49 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था।
भूकंप के झटके सुबह 6 बजकर 50 मिनट पर आए और कुछ सेकंड तक महसूस किए गए। हालांकि इसकी तीव्रता कम होने के कारण जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। कुल्लू के साथ सटे इलाकों में भी झटके महसूस किए गए लेकिन कहीं भी किसी प्रकार की क्षति की रिपोर्ट नहीं मिली है।
पहाड़ी जिलों में लगातार आ रहे भूकंप
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल के पहाड़ी जिलों में लगातार भूकंप के हल्के झटके महसूस किए जा रहे हैं। इससे पहले कुल्लू से सटे मंडी लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों में भी कई बार हल्के भूकंप आ चुके हैं। हालांकि इन घटनाओं में किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं रही है।
विशेषज्ञों के अनुसार हिमाचल प्रदेश भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र में आता है और यह जोन 4 व 5 के अंतर्गत आता है। यही कारण है कि यहां समय-समय पर भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं।
इतिहास में दर्ज है विनाशकारी भूकंप
हिमाचल प्रदेश में भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है। वर्ष 1905 में कांगड़ा और चंबा जिलों में आए विनाशकारी भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी जिसमें 10,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से अब तक कई छोटे-बड़े भूकंप यहां आ चुके हैं। लेकिन इस बार भी प्रशासन राहत की सांस ले सकता है क्योंकि कुल्लू में आए भूकंप से कोई नुकसान नहीं हुआ।