शिमला, 04 जुलाई। जाइका वानिकी परियोजना की एक दिवसीय कार्यशाला मंगलवार को कृषि सहकारी कर्मचारी प्रशिक्षण संस्थान सांगटी समरहिल में संपन्न हुई। कार्यशाला की अध्यक्षता अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल एवं मुख्य परियोजना निदेशक नागेश कुमार गुलेरिया ने की। इस कार्यशाला का आयोजन शिमला व रामपुर वन वृत में कार्यरत वनखंडाधिकारियो के लिये किया गया। इस कार्यशाला में उक्त कर्मचारियों को परियोजना सेसम्बन्धित विस्तृत जानकारी दी गई , जिसमें विभिन्न सत्र रखे गए जो कि विशेषज्ञों द्वारा संबोधित किए गए |
नागेश कुमार गुलेरिया ने प्रशिक्षुओं को परियोजना का परिचय और उद्देश्य के बारे में जानकारी प्रदान की | उन्होंने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें वन क्षेत्रों के आसपास रहने वाले लोगों से आत्मीयता बढ़ानी पड़ेगी जिससे की ग्रामीण लोग स्वतः ही प्रदेश के ग्रीन कवर को बढ़ाने में वन विभाग की मदद करेंगे। उन्होने उपस्थित अधिकारियों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में जमीनी स्तर तक परियोजना को पहुंचाने का आह्वान किया ।
वी. पी. पठानिया (सेवानिवृत्त, हिमाचल वन सेवा अधिकारी) ने कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को उनकी जाइका वानिकि परियोजना में भूमिका के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की ।
विनोद शर्मा, परियोजना कार्यक्रम प्रबंधक ने स्वयं सहायता समूहो के लिए आय सृजन गतिविधि के चयन व इन समूहों द्वारा तैयार उत्पादो की रणनीति के बारे में जानकारी प्रदान की रीना शर्मा, विषय वस्तु विशेषज्ञ ने स्वयं सहायता समूह, ग्राम वन विकास समितियों, तकनीकी इकाई के बीच समन्वय के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर विभिन्न प्रतिभागिऒ ने फ़ील्ड स्तर में हो रही गतिविधियों की जानकारी कार्यशाला में रखी और परियोजना को अधिक सुचारू बनाने के लिए अपने बहुमुल्य सुझाव सांझा किए।